1. वतन की मिट्टी
वतन की मिट्टी में शहीद होने का मजा, तभी मिलता है, जब देश में आजादी होगी।
आजादी का त्योहार है आज, हम सब मिलकर करें शपथ,
देश की रक्षा में खड़े रहेंगे हम, हमेशा उसके लिए समर्पित होंगे हम।
जब तक वतन पर जान नहीं देंगे, तब तक आजादी हमें नहीं मिलेगी।
आओ मिलकर शपथ लें, देश के लिए सदा तत्पर रहेंगे।
आज देश की आजादी का त्योहार है, आओ उसे समर्पित करें हम।
हम सब मिलकर करें शपथ, देश की रक्षा में खड़े रहेंगे हम।
वतन के लिए त्याग देने का मजा, तभी मिलता है, जब देश में स्वतंत्रता होगी।
2. देश की मिट्टी
देश की मिट्टी से बढ़कर कुछ नहीं होता, जीवन खुशहाल होता है जब देश होता है स्वतंत्र।
देशभक्ति का रंग हम सब में होना चाहिए, देश की समृद्धि के लिए जीवन अर्पित करना चाहिए।
आओ मिलकर करें शपथ, देश के लिए जान कुर्बान करेंगे हम।
वतन पर अपना हर काम न्योछावर कर देंगे, देश की सेवा में समर्पित हो जाएंगे हम।
आज देश के लिए कुछ कर जाएं, कल देश हमारे लिए कुछ करेगा।
हम सब मिलकर बनाएंगे देश को महान, देश को स्वतंत्र और समृद्ध बनाएंगे हम।
वतन के लिए अपनी जान न्योछावर कर दो, देश के लिए तन मन से समर्पित हो जाओ।
हम सब मिलकर देंगे देश को सम्मान, देशभक्ति के लिए तैयार हो जाओ।
3. वतन की शान
जब जागे वतन की शान, तो हर वीर अपनी जान,
देता है देश के लिए कुछ भी, वो नहीं सोचता कि मिलेगा उसको कुछ भी।
जागती है वतन की शान, तब खुशहाल होता देश का मान,
उठती है हर आवाज, मिलता है इससे नया साज।
देश के लिए कुछ भी करना हो, हर वीर तैयार होता है सोचो,
जान देने का होता है इरादा, वो होता है देशभक्ति का अंजाम।
जब जागती है वतन की शान, तब देश के लिए लेते हैं अपनी जान,
हर वीर का होता है यही मकसद, करते हैं वो देश के लिए खुद को त्याग।
जब जागती है वतन की शान, तो हर वीर अपनी जान,
देता है देश के लिए कुछ भी, वो नहीं सोचता कि मिलेगा उसको कुछ भी।
4. वीरों को सलाम
वतन पे निस्तार करने वाले हमारे वीरों को सलाम,
जिन्होंने दी अपनी जान देश के नाम।
दुश्मनों से लड़ने में खत्म नहीं हुई उनकी ज़िन्दगानी,
दुश्मनों के अधिकार से आजाद हुए उनके देश के लोग हमारे नन्हे नन्हे फनी।
उन्होंने जीवन का हर फल कटा कर,
अपने वतन के लिए दी अपनी जान भर कर।
देश के लिए अगर कुछ करें तो उनसे सीखें,
उनकी बलिदानी जीवन से अधिक कुछ नहीं।
जिन्होंने दिया था संघर्ष जीवन का नया आकार,
आज उन्हीं देश के नाम हैं फ़ख्र।
वतन के लिए अपनी जान देने के वो थे सिपाही,
अब उनके नाम हैं देश के महान शाही।
उनकी आज़ादी हमारे लिए है उदाहरण,
उनकी ज़िंदगी हमारे लिए एक उपहास होती है वाकई का संघर्ष का इनाम होती है।
वतन पे निस्तार करने वाले हमारे वीरों को सलाम,
जिन्होंने दी अपनी जान देश के नाम।
5. हमारा वतन
हम वतन के वीर हैं, भारत की शान हैं, हमारा वतन, हमारी जान हैं।
हमें प्यार है इस धरती से, हमें प्यार है इस देश से।
हम रक्त-रंजित हुए हैं इस भूमि के लिए, हम लगाते हैं देश के लिए अपनी जान जोखिम में।
हम हैं वीरों का जात, अपने वतन के साथ, हम लड़ते हैं सब तरह के दुश्मनों से हमारे प्राण से आधारित होकर।
हम लगाते हैं देश के लिए अपनी जान, हमारे जैसे लोग ही हैं इस देश की शान।
हम हैं भारत की धरती पे जन्में, हमें यहां से ही मिली हमारी पहचान।
हम देते हैं अपने देश को समर्पण, हमारा वतन हमारी आन बान हैं।
हम वतन के वीर हैं, भारत की शान हैं, हमारा वतन, हमारी जान हैं।